आसमां परिंदे की क़ैद-ए-क़फ़स में

 












ये और बात है, बुलंद-परवाज़ी की

उसमें हर दस्तरस होती है

आसमां परिंदे की क़ैद-ए-क़फ़स में

मगर कफ़स होती है

                                                                                

बुलंद-परवाज़ी - ऊँची उड़ान,

दस्तरस - क्षमता, कौशल,

क़ैद-ए-क़फ़स - पिंजरे की कैद 

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