भक्ति गीत : तेरे दर पर हम आये है माँ



तेरे दर पर हम आये है माँ
श्रद्धा के फूल लाये है माँ
मेरी माँ सुन ले तू पुकार मेरा
कर ले माँ ये भेट स्वीकार मेरा

मेहरा वाली माँ तू है सबसे निराली
साँचे दरबारों वाली मेरी मेहरा वाली
तेरे दर से कोई न जाये हाँथ खाली
करती मुरादे 
पूरी सबकी शेरा वाली

तू बिगड़ी बनाने वाली
तू दिल से लगाने वाली
तू भटके हुए को राहें
मईया दिखाने वाली
मुझको भी दिल से लगा ले माँ
तेरे दर पर हम आये है माँ .........

पहाड़ा वाली माँ मुझको दरस दिखा दे
भक्ति की शक्ति अबकी बरस दिखा दे
तेरे दरस को तरसे ये नैना
दिन रात अब तो बरसे ये नैना
 
जो दर पे आये सवाली
तूने भर दी है झोली खाली
जो शरणो में तेरे आये
तूने अपना उसे बना ली

मुझको भी चरणों में बसा ले माँ
तेरे दर पर हम आये है माँ .........

.............................................................
गीत का तर्ज : अब तेरे बिन जी लेंगे हम






कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Anything to comment regarding the article or suggestion for its improvement , please write to me.