आइना ए दिल मेरा है



आइना ए दिल मेरा है
अक्स ए ज़माल उसका है
हर्फ़ दर हर्फ़ लफ्ज़ मेरे है
दौर ए हर्फ़ सारा ख़याल उसका है


जज़्बात दिल से निकलते है मेरे
यूँ तो शे'र-ओ-सुख़न के ज़ानिब

नक़्श ए क़लम ए दिल में मगर
पोशीदा सारा कमाल उसका है

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