दिल की हसीं वादियों में



दिल की हसीं वादियों में
यूँ ही कहीं पनप जाता है प्यार 
गूंजता है फिर होठों पर 
आँखों में झलक जाता है प्यार 

खूबसूरत कोई जज्बात है ये 
जो हसीं ख़्वाब दिखलाता रहता है
हर कदम पर फिर हाथ थामे
जिंदगी जीना सिखलाता रहता है

बेताब एक मुसाफिर है ये 
जिसका मंज़िल भी प्यार ही है
दरिया कश्ती लहरें साहिल 
ये माजी और पतवार भी है
 
इसमें  हिज़्र है दर्द है तड़प है 
मुसलसल वस्ल की एक प्यास है 
पाकीज़ा चाहत के फ़ज़ाओं में 
प्यार मीठा सा हसीं एहसास है 

हर दिल की जरुरत है प्यार
सबसे बड़ी दौलत है प्यार 
इबादत है ये किसी दिल की 
उस खुदा की इनायत है प्यार

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