दरमियाँ हो ग़र वादा - वफ़ा



दरमियाँ हो ग़र वादा - वफ़ा
फिर तोडा नहीं जाता
 
राह ए मोहब्बत में यूँ ही
बशर, छोड़ा नहीं जाता

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