मुझे तलाश है ख़ुद का

 

मुझे तलाश है ख़ुद का
तू मेरी तलाश न रख

एक सहरा हूँ ग़मज़दा
तू मेरी प्यास न रख


पल दो पल के सफ़र में
यूँ मुझपे बिश्वास न रख

बिछड़ गया जो मैं तुझसे
तो मिलने की आस न रख

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