फ़ना के बाद ही इश्क़ तुझको

 

फ़ना के बाद ही इश्क़ तुझको
फ़रिश्ता कह के पुकारा गया


पहले बे-रहम इस ज़माने में
तुझे मक़्तलों से ही गुजारा गया

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Anything to comment regarding the article or suggestion for its improvement , please write to me.