बड़ी सिद्दत से की हमने
तेरा इंतज़ार, फ़रवरी
नसीब होगी मेरे दिल को भी
वस्ल- ए- यार फ़रवरी
गली से गुजरेंगे जो उनके
दो चार बार, फ़रवरी
नज़र वो आ ही जायेंगे
होगी दीदार, फ़रवरी
थोड़ी मुश्किल है खड़े होंगे
वहां कई दीवार, फ़रवरी
आँखों ही आँखों में कर देंगे
उन्हें इज़हार, फ़रवरी
वस्ल- ए- यार : अपने प्रिय से मिलन
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