मेरे दर्द का था जो आश्ना

मेरे दर्द का था जो आश्ना 
वो मेरा ख़ुदा कोई और था 
सर ए राह मुझसे मिला था जो 
वो रहनुमाँ कोई और था 

 चाहतों के रहगुज़र पर 
शीशा ए दिल बिखर गई 
ख़्वाहिशों के नक़्स ए पा पर 
जिंदगी भी  गुजर गई 

मेरा अक़्स था जिसमे दिखा 
वो आइना कोई और था ....

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