दिल के पन्नों पर फिर से उभरा है



दिल के पन्नों पर फिर से उभरा है 
मीठे से तेरे एहसास का रंग 

मेरे सफ़ेद कुर्ते से नहीं उतरा है 
अबतक तेरे पलाश का रंग 

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