मेरी जगदम्बे माँ की हर बात निराली है
सच्चे दरबार वाली मेरी माँ शेरावाली है
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जबतक साँसे चलेंगी तेरे दर पे आऊंगा माँ
ग़र थक गया, दर पे पड़ा रहूँगा मैं माँ
तू ही दुर्गा है काली माँ, मईया शेरावाली माँ
तू भवानी है जगदम्बे ,तू ही शक्ति है माँ अम्बे
जबतक साँसे चलेगी चरणों में गाऊंगा माँ
तेरा भजन सारा जीवन करूँगा मैं माँ
तुझसे लागी है जबसे लगन ,भक्ति में हो गया मैं मगन
धरती अम्बर ये सारा जहान ,तेरी दया से है हर एक कण
जब तक साँसे चलेगी ये दीप जलाऊंगा माँ
ग़र थक गया, दर पे पड़ा रहूँगा मैं माँ
तू ही दुर्गा है काली माँ, मईया शेरावाली माँ
तू भवानी है जगदम्बे ,तू ही शक्ति है माँ अम्बे
जबतक साँसे चलेगी चरणों में गाऊंगा माँ
तेरा भजन सारा जीवन करूँगा मैं माँ
तुझसे लागी है जबसे लगन ,भक्ति में हो गया मैं मगन
धरती अम्बर ये सारा जहान ,तेरी दया से है हर एक कण
जब तक साँसे चलेगी ये दीप जलाऊंगा माँ
तेरे शरण जीवन अर्पण करूँगा मैं माँ
जब तक साँसे चलेंगी तेरे दर पे आऊंगा माँ
ग़र थक गया दर पे पड़ा रहूँगा मैं माँ
जब तक साँसे चलेंगी तेरे दर पे आऊंगा माँ
ग़र थक गया दर पे पड़ा रहूँगा मैं माँ
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