मेरे आँखों में रहती है ख़ूबसूरती तुम्हारी

 


मेरा इश्क़ तेरे शबाब को
कम होने न देगा
यूँ ही सजने-सँवरने में
वक़्त जाया न करो

मेरे आँखों में रहती है
ख़ूबसूरती तुम्हारी 
बेबज़ह साज़ो -सामान की
क़ीमत बढ़ाया न करो

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