मेरे मालिक,तेरा शान-ए-करम ही तो है

 


मेरे मालिक,तेरा शान-ए-करम ही तो है
लहरों पे चल रहा हूँ ये तेरा रहम ही तो है

हो रहा हूँ जो भी कुछ, है इनायत बस तेरी
मैं ही कर रहा हूँ सब, ये मेरा वहम ही तो है

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