चुराया दिल किसी ने तो
किसी ने बटुआ मारी
जिसे जो चाहिए था
ले गया वो शय हमारी
हुनर में दोनों थे माहिर
गज़ब की थी तैयारी
एक की रस्म ए यारी
दूजे की होशियारी
बशर' को दे गए दोनों
यूँ मिलकर बेक़रारी
सुकूं देना ख़ुदा उनको
दुआ ये है हमारी
यूँ मिलकर बेक़रारी
सुकूं देना ख़ुदा उनको
दुआ ये है हमारी
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