ख़ामोशी का पहरा रहता है

 


ख़ामोशी  का  पहरा  रहता  है 
शहर के  जिन  मीनारों  पर 
मत लिखा करो अल्फाज़  ए दिल 
ना-दानिस्ता उनके दीवारों पर  

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Anything to comment regarding the article or suggestion for its improvement , please write to me.