तुम्हारे प्यार की ख़ुशबू मुझे पागल न बना दे



चाहत है इसे 
चाहत ही रहने दो

ज़माने की नज़रों को 
मोहब्बत न कहने दो

तुम्हारे प्यार की ख़ुशबू
 मुझे पागल न बना दे

सबा को बहने दो मगर
 तूफ़ा न बनने दो

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