जंग के क़हर से दिलक़श बस्तियाँ उजड़ से गए

















मासूम परिंदे बेबजह 
आशियानों से बिछड़ से गए  

कई शज़र बेरहम
 तुफानो में उखड़ से गए 

सदियों से बसीं थी जिंदगिया
अबतक  जिसमे 

जंग के क़हर से  दिलक़श 
बस्तियाँ उजड़ से गए 

कई रातों से जल रहा है 
बेख़ौफ़ तनहा एक चराग़ 

आँधियो के आगे न झुकने की  
जिद पर शायद ये अड़ से गए 

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