अपने दिल में उम्मीदों के तुम चराग़ रख लेना



कि धुंध भी मिलते है अक्सर
उजालों के सफ़र में
अपने दिल में उम्मीदों के
तुम चराग़ रख लेना

तलाश हो ग़र तुम्हे
सहराओं में किसी दरिया का
तो अपने आँखों में तृषणगी के
तुम सराब रख लेना

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