नमन करे हम इन शहीदों को


नम है आंखे जाने से उनकी 
पर नाज़ है उनके जीने पर 
वतन - परस्तिश के राहों में 
जिसने गोलियां खाई सीने पर 

जवानी के नई दहलीज़ पे जिसने 
सरहद से नाता जोड़ लिया
वतन के निगहबानी में अपना 
गाँव - शहर मकां सब छोड़ दिया 

अमर शहादत के खबर से उनकी 
हम सब की आँखे भर आई है 
नमन करे हम इन शहीदों को 
जनाज़ा तिरंगे में जिनके घर आई है 

वतन के अमर शहीदों
 को दिल से नमन 

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