दर्द है दिल का


दर्द है दिल का 
ये कैसी बे-क़रारी है 

शोर है ग़र 'आरज़ी 
क्यू दिल भारी भारी है 

न हमदर्द है कोई बशर'  
न हर्फ़ ए ग़म-गुसारी है 

राह ए जिंदगी में अब 
फ़क़त तेरी ख़ाकसारी है 


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