वक़्त से कह दो बशर गुजरे मगर आहिस्ता

वक़्त से कह दो बशर 
गुजरे मगर आहिस्ता 
 जिंदगी  के बिसात पर 
अज़ब बाज़ी लगाए बैठे है 

किस्मत  ने चल दी है 
नई चाल कुछ ऐसी कि 
शाह मात को बचाने में 
हम सब  लुटाये  बैठे है 

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