सारे जहाँ में नहीं है
अपना वतन सा यारा
ये सरजमीं हमारी
ये प्यारा वतन हमारा
तू जहां भी जाये यारा
तू जहां भी जाये यारा
दिल में हिन्दोस्तां रखना
मिटा के दिल से तमाम शिकवे
मोहब्बतों के दीप जलाये
अमर शहीदों के सरजमीं को
चलो तिरंगे से हम सजाये
जहाँ में चाहे कहीं भी रहना
तू अपने दिल में ये जज़्बा रखना
हिन्दोस्तां अपनी सरजमीं है
तू अपने दिल में तिरंगा रखना
लहू शहीदों का जिसमे शामिल
हम उस माटी का तिलक लगाए
अमर शहीदों के सरजमीं को
चलो तिरंगे से हम सजाये
चूमकर फांसी के फंदे
हसते- हसते जान दे दी
सरजमीं के वास्ते
जान की बलिदान दे दी
न झुकने देंगे तिरंगा अपना
ये हम- वतन आज कसम खाये
अमर शहीदों के सरजमीं को
चलो तिरंगे से हम सजाये
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