बुलंदियों पे झुकने का नाम है जिंदगी


बुलंदियों पे झुकने का
नाम है जिंदगी

मंज़िल से पहले न रुकने का
नाम है जिंदगी

गिरना भी ग़र लिखा है
किसी मोड़ पर बशर'

तो हँसते हुए फिर से उठने का
नाम है जिंदगी

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