मिटटी की क़ीमत उसमे फ़क़त सिफ़र ही थी



मिटटी की क़ीमत उसमे 
फ़क़त सिफ़र ही थी 

कीमत घड़े में छुपी उस
कुम्हार के हुनर की थी 


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Anything to comment regarding the article or suggestion for its improvement , please write to me.